Nomophobia : Problem Issue and Solution

BlogHello Readers aaj main baat karne wala hoon mobile phone addiction ya NOMOPHOBIA yani no mobile phone phobia yani ki mobile paas na hone ka dar jiske karan se aapko yah addiction hota hai. post description.

DIGITAL WELLNESS

Ashish Ranjan

2/2/20241 min read

आजकल के इस भाग दौड वाली जिंदगी में कुछ लोग अपने लक्ष्यों को लेकर अपना कान सही तरीके से कर रहे है लेकिन बहुत ज्यादा लोग अपने काम को इस कारन नहीं कर पा रहे है क्यूंकि वे व्यस्त है उन कामों से जिन्हें करना सायद जरूरी भी नहीं है लेकिन फिर भी उसमे लगे हुए है. क्योंकि इससे उन्हें लगातार ख़ुशी और व्यस्त रहने का एक साधन मिलजाता है जिससे कि वे कुछ अलग सोच ही नहीं पाते है, और सालों साल इसमें ही रह जाते हैं. हालाँकि अलग अलग लोगों के अलग अलग वजह होते है फ़ोन उसे करने का लेकिन कब वे इसका एडिक्ट हो जाते है उन्हें खुद भी समझ नहीं आता इसीलिए तो इस लत में जो भी फसते हैं सालो तक बाहर नहीं निकल पाते है . यह असल दुनिया से सायद मजेदार भी है.

person holding smartphone
person holding smartphone

इसके होने के कुछ प्रमुख कारन हैं
1.सोशल मीडिया- सोशल मीडिया पर आजकल लोग बहुत ज्यादा समय बिताने लगे है जो कि साल पहले तक साल 2017 तक आमतौर पर 2 से 3 घंटे होता था जो कि आज साल 2023 तक 7 से 8 घंटा हो गया है जो की बहुत ही चिंता का विषय है इससे लोग को चिंता करना चाहिए। गली मोहल्ले की देश की या फिर किसी भी तरह के खबर के लिए आपको यूट्यूब पर सोशल मीडिया पर फेसबुक इंस्टा और क्रोम पर आपके मन में जिस भी तरह का खोज है उसका रिजल्ट मिल जाएगा इससे लोग और भी ज्यादा आलसी होते जा रहे हैं और फोन पर निर्भरता बढ़ती जा रही है इनफॉरमेशन से लेकर इंटरटेनमेंट तक सब कुछ ऑनलाइन मिलने के कारण हमारे इमोशंस तक पर सोशल मीडिया का कंट्रोल है।

2.काम और स्टडी में दबाव आजकल काम के लिए और पढ़ने के लिए सर का सारा या ज्यादातर मीडियम ऑनलाइन हो गया है या फिर डिजिटल मोड में शिफ्ट किया जा रहा है स्टूडेंट के लिए अगर देखे तो टीचर के ब्लैकबोर्ड और कॉपी की जगह डीजल बोर्ड और पीएफ ने ले लिया है अब कोचिंग भी ऑनलाइन होने लगा है और ऑफिस के भी काम में ज्यादातर एमएस ऑफिस से या फिर दुकान वगैरा वेबसाइट पर भी रन कर रहा है जो कि अच्छा बात भी है लेकिन जो लोग इसका सही इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं या नहीं कर पा रहे हैं उनके लिए बहुत ही मुश्किल होता है मोबाइल के अलावा जीवन की कल्पना भी करना।

3.तकनीकी संबंध में सुरक्षा की भावना लोगों में लोगों के मन में यह डर रहता है कि उनके पास मोबाइल फोन नहीं होगा तो पर सुरक्षित नहीं होंगे यही कारण है कि आजकल लोग पर्स भूल जाते हैं लेकिन पॉकेट में हमेशा फोन होता है और यदि कभी फोन भूल गए तो अजीबो अजीब ख्याल आने लगते हैं की हो सकता है मैं किसी मुसीबत में पड़ जाऊं पैसे खत्म हो गए तो मैं खाली या फ्री टाइम में कैसे समय कटेगा ऐसे बहुत सारे विचार आने लगते हैं जो फोन को छोड़ने का मौका नहीं देते हैं

इसके अलावा इसके अलावा लोगों के और भी बहुत कारण हो सकते हैं तो आई हम जानते हैं की मोबाइल का लेट आपको किस तरह प्रभावित करता है
1.आत्मविश्वास की और ज्ञान की कमी इसके कारण आपको धीरे-धीरे खुद से ज्यादा फोन पर विश्वास होने लगता है और चीज के लिए आप बार-बार फोन को देखते हैं इससे आपका फॉक्स का लेवल बहुत ही काम हो जाता है इसी कारण वह लोग मंकी माइंडेड हो जाते हैं और आत्मविश्वास की कमी से किसी भी काम को कर पाना संभव नहीं है

2.नींद की समस्याएं यदि आपको फोन का एडिक्शन है तो जाहिर सी बात है कि आप कुछ देर बाद फोन देखते ही रहते हैं तो आप देखेंगे की आपको कभी-कभी नींद देर से आएगी कभी अनियमित नींद या फिर कभी नींद ज्यादा या काम ऐसी बहुत ही समस्या आती है जो कि आपका मेंटल हेल्थ को नुकसान पहुंचती है

तो चलिए अब हम जानते हैं कि इस समस्या से कैसे बाहर निकाला जा सकता है
1. सीमित समय का उपयोग करके मोबाइल फोन पर आप नियंत्रण पा सकते हैं इसके लिए कई सारे ऐप भी आते हैं जो आपका फोन के यूजेस को ट्रैक करता है और आपको बताता है कि आपने दिन भर में कितने समय मोबाइल का प्रयोग किया और आप खुद को हर दिन कंट्रोल कर सकते हैं

2. ध्यान और मानसिक प्रशिक्षण — इसका एक बहुत ही महत्वपूर्ण उपाय है योग और मेडिटेशन यह एक प्रकार का बाहरी लत है इसीलिए मेडिटेशन से आपका दिमाग शांत होगा और योग से मां और शरीर के बीच आपका नियंत्रण और भी बढ़ेगा साथ यदि आपको कोई लत नहीं भी है तब भी यह आपको अपने ऊपर नियंत्रण और शांत मन जिससे आप किसी भी लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं और दृढ़ बनने में आपकी मदद करेगा

3. ऑफलाइन गतिविधियां — मित्र और परिवार के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताए और ऑफलाइन गतिविधियों में भाग ले क्योंकि अभी डिजिटल लाइफ में जिनके पास फोन या लैपटॉप है वह आधे दिन इसी में निकाल देते हैं इसलिए जरूरी है कि जितना हो सके डिजिटल दुनिया से दूरी बनाएं अपने माता-पिता दोस्तों या भाई बहनों से बातचीत करें और यदि यह भी नहीं हो पा रहा है तो खेलने डालना दौड़ना या फिर कहीं घूम आना इनमें से किसी भी गतिविधियों को करने से आप बाहरी दुनिया से होने वाले फायदे को समझ पाएंगे और फोन के लत से छुटकारा मिलेगी