Importance of Political knowledge

राजनीक ज्ञान किसके लिए जरूरी है । हमे याः क्यों पढ़ना चाहिए। हम सब किस प्रकार एक आलोचनकर्ता के रूप मे राजनीति को देखते हैं और सही दल का चयन किस प्रकार किया जाए चलिए इस पर एक सरल चर्चा करते हैं

POLITICS

2/5/20241 min read

हम सबको राजनीति मे बहुत ज्यादा दिलचस्पी होती है शायद से आप भी उन आलोचनकर्ता के रूप मे खुद को देखते होंगे जो की केवल एक पक्ष की ओर से दूसरे पक्ष की आलोचना करता है । किसी पार्टी से खास लगाव होता है तो उसकी अच्छाई करते नहीं थकते और वही दूसरी ओर किसी पार्टी के विचार पसंद नहीं आते तो उसकी बुराई नहीं करते । लेकिन एक तीसरे प्रकार के लोग भी होते है जो की केवल उसे देखते है और समझने का प्रयास करते है की उसने आखिर ऐसा क्यूँ किया होगा। बस यही से शुरू होता है ज्ञान के सफर की जब आप याः ते कर लेते है की मुझे याः खेल समझना है क्यों आज किसी कि बुराई करने वाला कल उसी के गोद मे जाकर बैठ जाता है । आपको बस इतना समझना होगा की पार्टी की विचारधारा क्या है और जो भी आपका नेता है उसे उस पक्ष का समर्थन करने पर मिल क्या रहा है है power या money एक दिन कुछ कहनेवाला दूसरे दिन कुछ और कैसे कह देता है चाहे वो ग्राम मे होने वाला पंचायती चुनाव हो या फिर देश मे होने वाला प्रधानमंत्री का चुनाव ?

low light photography of armchairs in front of desk
low light photography of armchairs in front of desk

आज का समाज राजनीतिक ज्ञान सबसे ज्यादा रखने वालाअमाज है। जहां बच्चे से बूढ़े तक सबको पता है की देश मे क्या चल रहा है। हालांकि इसका एक कारण ये भी है आजकल अखबार टीवी हर जगह राजनीतिक मुद्दों को ज्यादा हवा दिया जाता है । सही पार्टी यदि चुनना है तो आओको बहुत सी बातें आपको जानना बहुत जरूरी है हम किसी भी राजनीतिक लहर या हमे जो भी दिखाया जाता है उसी आधार पर हम फैसला कर लेते है चाहे किसी ने आपको 4.5 साल तक परेशान किया हो लेकिन अंतिम कुछ दिनों तक आपसे अच्छी तर से पेश आए तो आप उसे वोट दे देते है बिना यह जाने की क्या वह व्यक्ति उन वादों को पूरा करेगा भी या नहीं

  1. प्रधानमंत्री / मुख्यमंत्री केवल निर्णय लेते है / वोट देने से पहले देखे की क्या आपके क्षेत्र का प्रतिनिधि आपके और आपके समाज के लिए क्या किसी भी प्रकार से सकारात्मक बदलाव ल भी सकता है ।

  2. प्रतिनिधि का इतिहास कैसा रहा है इससे वे आपके भावना को समझने योग्य होते है और आपकी बातों आगे तक ले जाने मे ज्यादा अच्छी भूमिका निभाते है। जो की बहुत अनिवार्य भी है ।

  3. प्रतिनिधि यदि ज्यादा अपने बारे मे सोचता है तो इससे बचे क्योंकि फिर वह गरीब हो या धनी वह सबसे पहले अपने बारे मे ही सोचेगा फिर चाहे समाज का कुछ भी हो या नहीं

  4. प्रतिनिधि अपने interest के साथ अपना दल अपनी पार्टी अपनी बोलचाल सब कुछ बदल सकते हैं बस आपको सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि आपको भी यही करना है किसी व्यक्ति विशेष को नहीं बल्कि अपने काम और अपने इन्टरिस्ट के हिसाब से खुद से पूछिए और नए विचार को आने का मौका दीजिए

एक अच्छा निर्णय वही ले सकता है जो राजनेता और उसकी नीतियों को बहुत तटस्थ होकर डेकता उससे बिल्कुल हटकर । जब तक आप किसी भी पक्ष को ध्यान मे रखकर बात करते हैं आप खेल को समझ नहीं पाएंगे और पूरी दुनिया किस प्रकार केवल रुचि से चलती है आप नहीं समझ पाएंगे । धार्मिक दंगा हो, धर्म का समर्थन हो, कोई सरकारी योजना हो, फ्री मे राशन, फ्री मे पानी, या फिर कुछ और क्यूँ न हो यदि आप ये जन ले की वो ऐसा क्यूँ कर रहा है, तो आपको उससे नफरत खत्म हो जाएगी, इसके अलावा आप राजनीति को भी किनारे रखिए किसी से प्रेम हो, नफरत हो, ग्रामीण झगढ़े से लेकर किसी मंच पर दिया गया भाषण क्यूँ किया जा रहा है आप यदि इन सबका गहन तरीके से जानने का प्रयास करेंगे तो पाएंगे की सभी कुछ केवल कुछ लोगों की खुशी के लिए किया जा रहा है या उसे अपने लक्ष्य तक पहुचने के लिए याः करना जरूरी है । और इसके लिए उसे जो भी नीति अपननी पड़े उसे सब उचित लगेगा । और इसे सही ठहरने के लिए युद्ध और प्यार मे सब जायज है कहते हैं।

two men in suit sitting on sofa
two men in suit sitting on sofa

हम सब की भी यही कहानी है । अभी के समाज मे आप या तो किसी पार्टी के समर्थन मे है या तो उसके विरोधी आर या पार । समाज या जो लोग होते है उन्हे याः कटाई स्वीकार नहीं होता की कोई इस सब से अलग होकर एक सामान्य जीवन जी सकता है जिसे राजनीति से कोई लेना देना ही न हो । हालांकि इसके विपरीत भी एक पक्ष है जो मौका परस्त होता है जिसका मैं भी समर्थन नहीं करता क्यूंकी ये वे लोग है जो अपने आपको सत्ता पर आसीन रखने के लिए कुछ भी कर सकते हैं और इसी लिए इनके वचनों पर ज्यादा विश्वास नहीं करना चाहिए। पार्टी या उसमे शामिल व्यक्ति एक विचारधारा है जिसका हम समर्थन या विरोध करते है लेकिन क्या हो यदि आपने जिस प्रतिनिडी को चुना है वो अपना नेता आपके विरोधी विचारधारा वाले व्यक्ति को समर्थन देता हो।

हमारा समाज या हमारा परिवार सभी जगह आप प्रभावित जरूर होते है और उनका विकल्प हमे किस सिद्धांत से मिलेगा याः कहना संभव नहीं है लेकिन आपको जीवन मे बहुत सारे व्यवधानों से लड़ना राजनीति और उसमे होने वाले कूटनीतिक विचारों से जीवन मे आने वाली समस्या का समाधान खोज सकते हैं। जरूरी नहीं है की आपको ज्ञान का एक ही माध्यम हो। कुछ लोग अपने जीवन से सीखते है। कुछ किताबों से, कुछ सिनेमा से तो किसी को हर समस्या के articles चाहिए होता है । लेकिन समस्या का समाधान संभवतः कहीं न कहीं मिल जाता है आईए इन सबको और आसान तरीके से आगे आने वाले articles मे जानेंगे।